*** तेरे बाहों का ***
" शरद रातें हैं इतनी
तेरे बाहों का सहारा चाहिए ,
सुलगना आज से मुझको ,
तेरे बाहों का किनारा चाहिए ,
सुलगते जिस्म की चल आ ,
इस वाक्य से वाकिफ हो जाये ,
तेरे बाहों का सहारा चाहिए ,
शरद...
तेरे बाहों का सहारा चाहिए ,
सुलगना आज से मुझको ,
तेरे बाहों का किनारा चाहिए ,
सुलगते जिस्म की चल आ ,
इस वाक्य से वाकिफ हो जाये ,
तेरे बाहों का सहारा चाहिए ,
शरद...