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किमियागर भाग 1(f)
💐- और बताओ क्या चल रहा है?

-फिर वह बूढ़ा उन भेड़ों का निरीक्षण करने लगा, और उसने देखा कि उनमें से एक भेड़ लँगड़ी थी। लड़के ने समझाया कि यह उतनी महत्त्वपूर्ण बात नहीं है, क्योंकि वह झुण्ड की सबसे ज़्यादा समझदार भेड़ है, और सबसे ज़्यादा ऊन देती है।

"ख़ज़ाना कहाँ है?" उसने पूछा।

"वह मिस्र में है, पिरामिडों के पास।"

लड़का भौंचक्का रह गया। यही बात तो उस बुढ़िया ने कही थी, लेकिन उसने बदले में कुछ भी नहीं लिया था।

"ख़ज़ाना हासिल करने के लिए तुम्हें भविष्य सूचक संकेतों का अनुसरण करना होगा। परमेश्वर ने हर किसी के लिए एक मार्ग तैयार किया हुआ है। तुम्हें सिर्फ उन भविष्य-सूचक संकेतों को पढ़ना होगा, जो उसने तुम्हारे लिए छोड़े हुए हैं।"

लड़का कोई जवाब दे पाता इसके पहले ही एक तितली उसके और बूढ़े के बीच आकर फड़फड़ाने लगी। उसे एक बात याद आयी जो एक बार उसके दादा ने उससे कही थी तितलियाँ भविष्य की सूचना देने वाला एक अच्छा संकेत होती हैं; झींगुरों की तरह, और उम्मीदों की तरह; छिपकलियों की तरह और चार पत्तों वाली घास की तरह।

"यह सही है,” बूढ़े ने लड़के के विचारों को पढ़ते हुए कहा। "ठीक उसी तरह जिस तरह तुम्हारे दादा ने तुम्हें सिखाया था। ये अच्छे भविष्य-सूचक संकेत होते हैं।"

बूढ़े ने अपना लबादा खोला, और लड़के ने वहाँ जो देखा, उससे चकित रह गया। बूढ़े ने सोने का एक भारी कवच पहन रखा था जो बेशक़ीमती रत्नों से मढ़ा हुआ था। लड़के ने उस चौंधिया देने वाली चमक को याद किया, जो उसने एक दिन पहले देखी थी।

वह वास्तव में एक राजा था! उसने चोरों से बचने के लिए ही छ‌द्मवेष धारण कर रखा होगा।

"ये लो,” बूढ़े ने कवच के बीच से एक काला और एक सफ़ेद रत्न निकालकर उसे देते हुए कहा। "इन्हें उरिम और धुम्मिम के नाम से जाना जाता है। काले का अर्थ है 'हाँ' और सफ़ेद का अर्थ है 'नहीं'। जब तुम्हें भविष्य-सूचक संकेतों को पढ़ने में मुश्किल पेश आएगी, तो ये उनको पढ़ने में तुम्हारी मदद करेंगे। सवाल हमेशा इस तरह करना जिसका जवाब 'हाँ' या 'नहीं' में हो।

"लेकिन अगर मुमकिन हो, तो अपने फ़ैसले खुद ही लेना। खज़ाना पिरामिड पर है; यह बात तुम्हें मालूम ही है, लेकिन मुझे तुमसे छह भेड़ों का भुगतान करने का आग्रह इसलिए करना पड़ा क्योंकि मैंने फ़ैसला लेने में तुम्हारी मदद की थी।"

लड़के ने वे रत्न अपने थैले में रख लिए। उसके बाद से उसे अपने फ़ैसले खुद लेने थे।

"हर चीज़ का सामना...