श्वान संगीत
श्वान चेष्टा
आज से कई साल पहले की बात है ।ऐसा हुआ होगा लगता है ...
उस शहर में सिर्फ कुछ ही लोग थे
एक दूसरे से विमुख
एक दूसरे के सुख दुख से अनजान और अपनी ही
दुनिया में खोए रहने वाले
किसी को पता नहीं कौन आपके पड़ोस में है
इधर उधर से कुछ बचा खुचा आदि खा कर मस्त सोते
व्यवस्था डूब ही रही थी संगीत आदि सब कोई नहीं...
आज से कई साल पहले की बात है ।ऐसा हुआ होगा लगता है ...
उस शहर में सिर्फ कुछ ही लोग थे
एक दूसरे से विमुख
एक दूसरे के सुख दुख से अनजान और अपनी ही
दुनिया में खोए रहने वाले
किसी को पता नहीं कौन आपके पड़ोस में है
इधर उधर से कुछ बचा खुचा आदि खा कर मस्त सोते
व्यवस्था डूब ही रही थी संगीत आदि सब कोई नहीं...