विवान द सुपर स्टार ( अंतिम भाग - 10 )
वही दूसरी ओर विवान को भी अपने मम्मी पापा की याद आने लगी थी क्योंकि बच्चे अपने माता पिता से आखिरकार कब तक नाराज और दूर रह सकते है।
कुछ ऐसा ही विवान के साथ हुआ अपने मम्मी पापा से इतने दिनों से दूर रहकर वह अब अपने दादी दादा जी से घर जाने की जिद्द करने लगा था।
कुछ ही दिनों मे विवान के स्कूल की भी छुट्टी खत्म होने वाली थी। विवान को अपने माता-पिता के लिए मचलता देख उसके दादी दादा जी को भी बहुत खुशी थी ।
क्योंकि वह विवान के मन में उसके माता-पिता के लिए एक बार फिर से प्यार जगा चुके थे। लेकिन उन्हें अभी भी इस विषय नहीं पता था की विवान के माता-पिता को विवान से दूर होने का अफसोस अभी तक हुआ है या नहीं।
इसीलिए वह विवान को घर छोड़ने से पहले एक बार विवान के माता-पिता से बात करना चाहते थे और उसी समय उनके पास फोन मिलाते है।
वह अपनी तरफ से इस विषय मे कुछ भी नही बोलना चाहते थे वह दोनो उनसे उनके हॉल चाल लेने लगते है वही दूसरी ओर अपने बेटे से बात करने की व्याकुलता विवान के माता पिता की बातों मे साफ झलक रही थी।
और इस बात को विवान के दादी दादा जी भी समझ जाते हैं लेकिन वह इसके बाद भी उन दोनो की बात विवान से नही कराते और फोन काट देते है।
वही विवान को ना देख पाने का उससे बात ना कर पाने का दर्द अब विवान के माता पिता के आँसुओं के जरिये ही बाहर आने लगा था।
वह पल पल विवान की याद मे तड़पने लगे समय...
कुछ ऐसा ही विवान के साथ हुआ अपने मम्मी पापा से इतने दिनों से दूर रहकर वह अब अपने दादी दादा जी से घर जाने की जिद्द करने लगा था।
कुछ ही दिनों मे विवान के स्कूल की भी छुट्टी खत्म होने वाली थी। विवान को अपने माता-पिता के लिए मचलता देख उसके दादी दादा जी को भी बहुत खुशी थी ।
क्योंकि वह विवान के मन में उसके माता-पिता के लिए एक बार फिर से प्यार जगा चुके थे। लेकिन उन्हें अभी भी इस विषय नहीं पता था की विवान के माता-पिता को विवान से दूर होने का अफसोस अभी तक हुआ है या नहीं।
इसीलिए वह विवान को घर छोड़ने से पहले एक बार विवान के माता-पिता से बात करना चाहते थे और उसी समय उनके पास फोन मिलाते है।
वह अपनी तरफ से इस विषय मे कुछ भी नही बोलना चाहते थे वह दोनो उनसे उनके हॉल चाल लेने लगते है वही दूसरी ओर अपने बेटे से बात करने की व्याकुलता विवान के माता पिता की बातों मे साफ झलक रही थी।
और इस बात को विवान के दादी दादा जी भी समझ जाते हैं लेकिन वह इसके बाद भी उन दोनो की बात विवान से नही कराते और फोन काट देते है।
वही विवान को ना देख पाने का उससे बात ना कर पाने का दर्द अब विवान के माता पिता के आँसुओं के जरिये ही बाहर आने लगा था।
वह पल पल विवान की याद मे तड़पने लगे समय...