...

8 views

बड़े मियां - २
ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वह धुएं के बादलों पर तैर रहे हों। बादलों को पार कर,रूई सी सफेद नदी के किनारे चलते चलते जल्द ही वो गगन चुंभी सीढ़ियां के पास पहुंच गए। उन्होंने हैरत से सीढ़ियों की अनंत ऊंचाई को देखा और चढ़ना शुरू किया। चढ़ते चढ़ते उन्होनें एक भव्य द्वार दिखाई दिया। आख़िरी सीढ़ी पर कदम रखते ही वो द्वार खुद ब खुद खुल गया।
अंदर का दृश्य देखते ही उनकी आंखें खुली की खुली रह गई । ऐसा लग रहा था मानो वह किसी राज...