...

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दो अजनबी
स्पेशल एपिसोड

अवनीश ऑफिस मे बैठा हुआ था लगा जैसे अवनी ने याद करा
दोनों को किसी फोन मैसेज की जरूरत नहीं पड़ती

क्या हुआ अवनी ?
क्या आप आप बिजी है ?

हाँ पर बोलो क्या बात है ?
आपसे बात करनी थी मैं खाना बना रही हूं

मैं थोड़ा फ्री हो जाऊँ फिर बात करू
जी ठीक है

अवनीश आप बुरा ना माने तो हम दोनों मे से कोई भी आप आप नहीं बोलेंगे
अवनीश कुछ देर सोचकर
आपको जो ठीक लगे कहिये

तो फिर आप भी आप मत कहिये
ठीक है तुम भी आप मत कहो

आप तो इतनी जल्दी मान गए
नहीं मानना था क्या
मैंने ऐसा नहीं कहा

दोनों के बात करते करते लाइट लपझप करने लगी
पर अवनीश ने ध्यान नहीं दिया

कुछ देर बाद सब स्टाफ चला गया
दोनों अब भी बात करते रहे
लाइट बंद चालू होने लगी
अब अवनीश ने ध्यान दिया

पर उसे कुछ नया नहीं लगा
क्योंकि अवनी और वो दोनों असाधारण थे तो उनके बात करने से या पास होने से वातावरण बदलने लगता

क्या बनाया है अवनी
पर आप तो बिजी थे
अब फ्री हूं

(अवनीश ने अवनी से बात करने की इच्छा की सुबह से सीधे शाम ही गयी और स्टाफ चला गया)

बंगाली खाना और लड्डू
अरे वाह क्या तुम हर तरह का खाना बनाना सीख रही क्या?
हाँ

अवनी तुमसे एक बात करनी थी
मुझे पता है आप पूछना चाहते नानी ने कहा था हमे अगर प्रकृति ने मिलवाया तो कोई कारण होगा हम लोगों की मदद करते पर कुछ जगह हम नहीं जा पाते
वहां हमे अपनी शक्ति से जाना होगा और लोगों की मदद करनी होगी क्योंकि समय भी हमारे लिए रुक जाता हम फोन के बिना बात कर लेते

तुम सही कह रहे अवनीश
मेरी खुशी बढ़ गयी ये सुनते ही तुम सुनने मे आप से ज्यादा अपनापन है

अच्छा तो रोमांटिक हो रहे
तुम्हारी बातें इतनी प्यारी है

अवनीश मैं तुमसे बाद मे बात करती हूं
क्यों क्या हुआ ?

मौसम खराब होने लगा बाहर से कपड़े सूखे हुए लेने पड़ेंगे नीलिमा अपने घर गयी है तो मैं अकेली हूं

हम जुड़े हुए है एक दूसरे से
हाँ सही कहा

थोड़ी देर की शांति के बाद अवनीश ने अवनी को चौका दिया
अवनी
हाँ बोलो ना

तुमने सब्जी थोड़ी जला दी क्या ?
हाँ थोड़ी सब्जी जल गयी

एक काम करो थोड़ा बेसन डाल दो सब्जी का टैस्ट सही हो जाएगा
थैंक्स अवनीश

इसमे थैंक्स की क्या बात है
तुम मेरी कितनी हेल्प करते हो ?

अवनी अब मैं घर जा रहा हूं
सम्भल कर जाना

अवनीश ने कोई जवाब नहीं दिया
ऑफिस से नीचे आया पार्किंग मे से कार निकाली
कार मे बैठा, कार स्टार्ट की गियर बदला
कार धीरे धीरे बाहर की तरफ चल पड़ी

थोड़ा ही आगे जाने पर ट्रैफिक जाम बहुत लंबा ऊपर से गाड़ियों का धुंआ

अवनीश ने कांच खोला पर धुंआ अंदर आए लगा

अवनी
तुम ठीक तो हो ना अवनीश मुझे ऐसा क्यों लग रहा है तुम ठीक नहीं

मैं लम्बे ट्रैफिक जाम मे फंस गया ऊपर से गाड़ियों का धुंआ कांच खोला तो सब धुंआ अंदर आने लगा कार मे

कार मे एयर प्यूरीफायर है क्या
हाँ
उसे ऑन करो जल्दी और जल्दी से जाम हट जाए ये प्रार्थना है

थोड़ी देर बाद अवनीश ने कहा थैंक्स अवनी तुमने आज बचा लिया

जब अवनीश घर आ गया अवनी का जवाब आया
मैंने कुछ अलग नहीं करा तुमने मेरी मदद की मैंने भी मदद की हम दोनों खुद की मदद कर रहे क्योंकि तुममे मैं मुझमे तुम


वाह वाह कितना बढ़िया लिखने लगी
आपकी संगति का असर है


तुमने खाया खाया की नहीं
नहीं अभी तो घर के कपड़े पहने

पहले खाना खाओ
तुम भी खाना खा लो
कितना सोचता हो मेरा

अचानक अवनीश ने किस की इच्छा की
अवनी बोली खाना खा लो पहले


अवनी को लगा उसे किसी ने फूंक मारी
जनाब क्या बात है रोमांटिक हो रहे बहुत
मेरी क्या गलती हम भले दूर हो एहसास बना रहता बात दूर होने पर भी हो जाती


दोनों के लिए कुछ कठिन नहीं था
देखते ही देखते कहीं भी पहुंच जाते मानसिक से
जो एक कहे दूसरे को भी एहसास होता

अवनी और अवनीश ने लोगों की मदद करनी शुरू की
ख़ासकर जो दूर थे जिनकी मदद के लिए जाने का समय नहीं मिलता था दोनों अपनी शक्ति से ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने लगे ।








समाप्त
15/4/2024
12:15 प्रातः



© ©मैं और मेरे अहसास