sahabad dairy murder # Delhi ##
हर दिन बीत रही
ये निर्मम कहानी सी
न कोई किसी को समझता बेटी
न किसी रह गई अब लडली न जान से प्यारी सी
कब तक चलेगी हत्या लडली की
कब तक जुल्म होगा साथ प्यारी के
कब तक निर्भाया सी कुकर्म होगी नारी की
समय कितना बदल जाए
लेकिन न बदली...
ये निर्मम कहानी सी
न कोई किसी को समझता बेटी
न किसी रह गई अब लडली न जान से प्यारी सी
कब तक चलेगी हत्या लडली की
कब तक जुल्म होगा साथ प्यारी के
कब तक निर्भाया सी कुकर्म होगी नारी की
समय कितना बदल जाए
लेकिन न बदली...