parinda
खुले आसमान में उड़ने के सपने मैं भी हर रोज देखता हूं
मगर तेरी बंदिशों का मारा मैं उड़ कहां पाता हूं?
जुनून में पिंजरा तोड़ कर उड़ने की कोशिश करता मैं पंख फड़फड़ा तरह...
मगर तेरी बंदिशों का मारा मैं उड़ कहां पाता हूं?
जुनून में पिंजरा तोड़ कर उड़ने की कोशिश करता मैं पंख फड़फड़ा तरह...