भव से तारक तेरे नाम
हे गोविंद हे घनश्याम !
भव से तारक हैं तेरे नाम !!
मीरा हुई तेरे नाम की दिवानी,
जोगिन बन गई महलों की रानी।
पी गई जहर का प्याला,
रटते-रटते तेरा नाम।
हे गोविंद.......................।।
हे मनमोहन बनवारी!
कोई कहे तुझे बंशीधर; कोई गिरधारी !!
जब भरी सभा में...
भव से तारक हैं तेरे नाम !!
मीरा हुई तेरे नाम की दिवानी,
जोगिन बन गई महलों की रानी।
पी गई जहर का प्याला,
रटते-रटते तेरा नाम।
हे गोविंद.......................।।
हे मनमोहन बनवारी!
कोई कहे तुझे बंशीधर; कोई गिरधारी !!
जब भरी सभा में...