बलात्कर
समाज किन परिस्थितियों से गुजर रहा है
आज कुछ असमाजिक तत्वों की वजह से
बेटियाँ असुरक्षित महसूस कर रही है
और उनके खुशियों का हनन हो रहा है
बेटियां जवाबदारी होती हैं
उनका स्कूल जाना कॉलेज जाना job करना ।उनका मौलिक अधिकार है
तो उन पर हिंसा और बलात्कर जैसा घृणित कार्य करने वालो खुला छोड़ देना कहाँ तक सही है
मैं उस मासूम बेटी की आंखों में देखकर स्तब्ध...
आज कुछ असमाजिक तत्वों की वजह से
बेटियाँ असुरक्षित महसूस कर रही है
और उनके खुशियों का हनन हो रहा है
बेटियां जवाबदारी होती हैं
उनका स्कूल जाना कॉलेज जाना job करना ।उनका मौलिक अधिकार है
तो उन पर हिंसा और बलात्कर जैसा घृणित कार्य करने वालो खुला छोड़ देना कहाँ तक सही है
मैं उस मासूम बेटी की आंखों में देखकर स्तब्ध...