...

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अभिमान
रौनक को ज़रा ज़्यादा सुना दिया गया है और अभी रिमझिम मनाने में तुली है। ये तीसरी बार वो रौनक को कॉल लगा रही है लास्ट बार सोचकर लगाया तो कॉल उस तरफ से कट किया गया
अब ये चौथी बार और अब कॉल रिसीव हुआ।

ज़रा कठोर स्वर में रौनक -
- क्या है? अब क्या हो गया?


- कुछ नहीं वो खाना खाले यार प्लीज़!

- मुझे भूख नहीं, नहीं खाना है मुझे।

- अरे! मेरे पेट में चूहे रेस लगाते लगाते थक कर मर भी गए!
आना नीचे इंतज़ार कर रही हूं।।

- नहीं आऊंगा तेरे लिए तो बोझ हूं ना और क्या कहा था तूने,
हां! हरदम मुंह उठाके आ जाता हूं, कोई टेंशन नहीं कुछ नहीं होता क्यों है ना!?

- अरे sorry ना! दोबारा कभी नहीं बोलूंगी ऐसा! पक्का तेरी कसम।

- मेरी कसम है तो, तू तो पक्का तोड़ेगी ही ।

- अबे ओह कम बोल जान है तू मेरा और बात ऐसी जैसे दुनिया का सबसे दुखी आशिक़ है तू!!

अभिमान चुर हुआ और ज़रा सी हल्की मुस्कान छाई और रौनक
रिमझिम के इश्क़ में हंसते हुए बोला
- हां तुझे पाके भला कौनसा चैन मिलता है।

- शुक्र है हंसा तो सही, और वैसे भी तेरी चुड़ैल हूं तेरे सर पर ही चढ़ी रहूंगी ना अब किसी और पर नज़रे डाली तो तू मेरी नज़रें ही नोच डालेगा। अरे यार! अब तो नीचे आना कब तक छत पर रहेगा अब कसम से ऊपर आकर तेको ही खा लूंगी कच्चा चबा जाऊंगी।

- अच्छा अच्छा आ रहा हूं।

रौनक ज़ोर ज़ोर से गाते हुए नीचे उतरता है -

मिले हो तुम हमको बड़े नसीबों से,
चुराया है मैंने किस्मत की लकीरों से।।


© Anushka_28