एक लड़की के अनकहे जज़्बात
मैं एक लड़की हूं....
मैं लाचार नहीं.... बेचारी नहीं
ना सहमी हुई और नाही डरी हुई हूं
पर मुझे हर पल ये महसूस कराया जाता है कि मुझे डरना चाहिए .....
अकेले बाहर जाने से.... अंजान लोगो से मिलने से...
मैं लाचार नहीं.... बेचारी नहीं
ना सहमी हुई और नाही डरी हुई हूं
पर मुझे हर पल ये महसूस कराया जाता है कि मुझे डरना चाहिए .....
अकेले बाहर जाने से.... अंजान लोगो से मिलने से...