मुश्किल है हमे समझ पाना .....❤️
हां सच ही तो कहते हैं लोग , हम लड़कियों
को समझ पाना मुश्किल ही तो है .........
हम उलझी रहती है हमेशा , कभी जज्बातों
में कभी रिश्ते, कभी नातो में ...............
दूसरो की मुश्किलें सुलझाते सुलझाते
इतना खो जाती है हम लड़कियां
की खुद पर ध्यान देने का समय ही
नही होता हमारे पास
"हां सच ही तो है आसान नहीं होता
हमें समझ पाना "
कभी ज़रा सी चोट लगने से पूरा
घर सर पर उठा लेती है हम लड़कियां
और कभी कभी दर्द जब हद से
गुजर जाए तो मुस्कुराहट की आड़
में सब छुपा लेती है .......….....
गुस्सा हां हमे बहुत जल्दी आ जाता है
पर पलक झपकते ही चला भी जाता है
जब किसी को अपना माना , तो उसके
लिए दुनिया से लड़ जाती हैं , नाज़ुक
फूलो सी दिखने वाली अपनो के लिए
आग का शोला बन जाती है.....।
निश्छल बहती धारा सी अपना
हर एक फर्ज़ निभाती है , पुत्री बन
पिता को समझे , पत्नी बन के पति को
फिर मां बन कर बेटे , बेटी को समझने
में ही ताउम्र बीत जाती है ..…..
शायद इसलिए हम लड़कियां इतनी
उलझ जाती है, की हमे ये दुनिया
समझ ही नही पाती है ...…...…🖤।
© All Rights Reserved
को समझ पाना मुश्किल ही तो है .........
हम उलझी रहती है हमेशा , कभी जज्बातों
में कभी रिश्ते, कभी नातो में ...............
दूसरो की मुश्किलें सुलझाते सुलझाते
इतना खो जाती है हम लड़कियां
की खुद पर ध्यान देने का समय ही
नही होता हमारे पास
"हां सच ही तो है आसान नहीं होता
हमें समझ पाना "
कभी ज़रा सी चोट लगने से पूरा
घर सर पर उठा लेती है हम लड़कियां
और कभी कभी दर्द जब हद से
गुजर जाए तो मुस्कुराहट की आड़
में सब छुपा लेती है .......….....
गुस्सा हां हमे बहुत जल्दी आ जाता है
पर पलक झपकते ही चला भी जाता है
जब किसी को अपना माना , तो उसके
लिए दुनिया से लड़ जाती हैं , नाज़ुक
फूलो सी दिखने वाली अपनो के लिए
आग का शोला बन जाती है.....।
निश्छल बहती धारा सी अपना
हर एक फर्ज़ निभाती है , पुत्री बन
पिता को समझे , पत्नी बन के पति को
फिर मां बन कर बेटे , बेटी को समझने
में ही ताउम्र बीत जाती है ..…..
शायद इसलिए हम लड़कियां इतनी
उलझ जाती है, की हमे ये दुनिया
समझ ही नही पाती है ...…...…🖤।
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