जहाँ जंगली जानवर इंसानो को बेचकर खाते है ( भाग - 2 )
कुछ समय पहले जब उसने अपनी आँखो को बंद किया था तो वो झाड़ियों के बीच बैठा था । फिर बिना किसी एहसास के वो इस पिंजरे मे कैसे आ पहुंचा ये सब उसको किसी जादु से कम नही लग रहा था जैसे वो किसी जादुई दुनिया मे आ गया हो ।
दूसरी तरफ वहाँ का नजारा जोकि बहुत ही हैरान करने वाला था उसके अलावा और भी लोग थे जो कतार के साथ अलग-अलग पिंजरो मे बंद थे ।
नील ये सब देख ही रहा होता है की उसको वो सब आवाजे फिर से सुनाई देने लगती है वो पीछे मुड़कर देखता है तो उसको समझ आ जाता है की आखिर वो आवाज कहा से और क्यो आ रही थी । जमीन से रगड़ने के कारण पिंजरे से वो आवाज आ रही थी ।
वो देखता है की उस पिंजरे मे भी एक इंसान को बंद करके लाया जा रहा है । वह ये सब आश्चर्य चकित होकर देखता रहा की आखिर मारने की जगह इन जानवरो ने हमे पिंजरे मे कैद क्यों किया ।
नील को वो बात भी याद...
दूसरी तरफ वहाँ का नजारा जोकि बहुत ही हैरान करने वाला था उसके अलावा और भी लोग थे जो कतार के साथ अलग-अलग पिंजरो मे बंद थे ।
नील ये सब देख ही रहा होता है की उसको वो सब आवाजे फिर से सुनाई देने लगती है वो पीछे मुड़कर देखता है तो उसको समझ आ जाता है की आखिर वो आवाज कहा से और क्यो आ रही थी । जमीन से रगड़ने के कारण पिंजरे से वो आवाज आ रही थी ।
वो देखता है की उस पिंजरे मे भी एक इंसान को बंद करके लाया जा रहा है । वह ये सब आश्चर्य चकित होकर देखता रहा की आखिर मारने की जगह इन जानवरो ने हमे पिंजरे मे कैद क्यों किया ।
नील को वो बात भी याद...