तू आगे बढ़! तू किस लिए खताश है?
रोज की तरह वह पढ़ते पढ़ते ट्रेन का इंतजार कर रही थी वो सुबह के ८ बजे से वहा ट्रेन का इंतजार कर रही थी।
अब आपको सवाल आ रहे होंगे ये किसकी बात कर रही श्रद्धा ?
ये बात चल रही २० साल के कुसुम की जो अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए लगभग ६० km दूर बसे शहर में पढ़ने जाती ।
घर की परिस्थिति सही ना होने के कारण कुसुम बहुत पढ़ती थी ।
सुबह ५ बजे उठकर नहा धोकर, मां की मदद करके वो रोज कॉलेज जाती ।
कॉलेज से वापस आने के बाद वह बच्चो को ट्यूशन पढ़ाती फिर मां के काम में हाथ बटाती। उसकी मां एक हाउस वाइफ थी और पिताजी सरकारी कर्मचारी । छोटा भाई ८ वी कक्षा में पढ़ रहा था अपने गांव के ही स्कूल में ये रही कुसुम की कहानी !
आप ये कहानी पढ़ना पसंद करेंगे ? अगर जवाब हां में हो तो प्लीज कमेंट्स में बता दीजिए ! धन्यवाद।
अब आपको सवाल आ रहे होंगे ये किसकी बात कर रही श्रद्धा ?
ये बात चल रही २० साल के कुसुम की जो अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए लगभग ६० km दूर बसे शहर में पढ़ने जाती ।
घर की परिस्थिति सही ना होने के कारण कुसुम बहुत पढ़ती थी ।
सुबह ५ बजे उठकर नहा धोकर, मां की मदद करके वो रोज कॉलेज जाती ।
कॉलेज से वापस आने के बाद वह बच्चो को ट्यूशन पढ़ाती फिर मां के काम में हाथ बटाती। उसकी मां एक हाउस वाइफ थी और पिताजी सरकारी कर्मचारी । छोटा भाई ८ वी कक्षा में पढ़ रहा था अपने गांव के ही स्कूल में ये रही कुसुम की कहानी !
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