खामोश जिंदगी...😶
अजीब सा मन है आजकल.. उदास हूं! क्यूं हूं ? नहीं जानती ! और नहीं चाहती कोई समझे मुझे, बस सबसे दूर ही रहना चाहती मैं!
मुझे कोई भी बात खुश नहीं कर रही आजकल... बस रोने का मन कर रहा है!
कभी लगता है कि रात के सन्नाटे में जोर-जोर से चिल्लाऊ यूं ही,
तो कभी लगता है सूनी सड़क दौड़ लगाऊं रात के सन्नाटे में!
इन दिनों खुद को उलझा हुआ सा महसूस कर रही हूं ! समझ ही नहीं आ रहा कैसे अजीब दौर से...
मुझे कोई भी बात खुश नहीं कर रही आजकल... बस रोने का मन कर रहा है!
कभी लगता है कि रात के सन्नाटे में जोर-जोर से चिल्लाऊ यूं ही,
तो कभी लगता है सूनी सड़क दौड़ लगाऊं रात के सन्नाटे में!
इन दिनों खुद को उलझा हुआ सा महसूस कर रही हूं ! समझ ही नहीं आ रहा कैसे अजीब दौर से...