इश्क इबादत -६
जिंदगी कभी कभी ऐसे अंजान रास्तों पर ले जाती है की हम बस अचंभित से ताकते रह जाते है और आपकी जिंदगी में कई अप्रत्याशित घटनाएं एक के बाद एक अकस्मात ही बाद घट जाती है। हम कुछ समझ पाए उससे पहले सब बदल जाता है।वैष्णवी के कदम उस रास्ते पर बड़ी तेजी से बढ़ रहे थे।सब कुछ इतना हसीन तो जिंदगी में कभी नही था उसे अपने आप से प्यार तो था ही अब किसी और से भी हो गया था। जब भी वैष्णवी मेडिटेशन (ध्यान) में बैठती...