...

4 views

जरा सोचिएगा 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
jo insaan khud ke nazar me गिरा hua hai
wo kabhi kabhi na kabhi kisi ke nazar me jaroor गिरेगा।ये सत्य है ।
जरा सोचे इस देश में लोग इतना भ्रष्टाचार में लिप्त क्यों है ।क्यूंकि वे लोग खुद के नजरो कही न कही गिरे जरूर है इसलिए उस जगह पर उनकी सोच भ्रष्ट हो गई है और इसलिए वे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते है।ये भी सत्य है की जो इंसान दूसरे की नजर में गिरा होगा वो इंसान उस से पहले खुद के नजर में गिरा होगा ।
आज के जुग में गाली देना मानो एक ट्रेंड हो गया है अगर तुम गाली नहीं दिए तो तुम मर्द नहीं हो ऐसा हमारा समाज हो गया है । अगर आप मांदी बेहंदी गालियां न दो तो तुम्हे लोग कमजोर समझेंगे वह रे समाज इसलिए भौकाल टाइट रखने के मादी बेहंदी गालियां देना जरूरी है ।🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦 गालियां सिर्फ मांदी बेहंदी को लगा कर दी जाती है जानते है क्यों? क्योंकि ye समाज ko दिखाना होता है की ये समाज male dominating hai yaha sirf maa behan ko laga kar gaaliya di jaati hai । कभी आपने सुना है की मर्द को लग का कर गालियां दी गई हो ऐसी हमारी समाज है बड़े दुख की बात है और बड़ी दुख की बात ये भी है की अब ये मांदी बेहंदी गालियां हमारी बहने भी देने लगी है।
याद रखना ये गालियां जो आप देते है शायद मैं भी –: ये बताता है आप अपनी नजरो में कितने गिर गए हो और सिर्फ अपने नजरो में नहीं अपनी मां बहनों के नजर में भी ।
इसलिए दूसरे को अपनी नजरो में गिराने से पहले ये सोच लीजिएगा का कि क्या आप खुद की नज़रों में सही हो की नहीं या कही आप भी कही न कही खुद के नजरों में गिरे हो
जरा सोचिएगा।🤔🤔🤔🤔🤔🤔
"अरे वो जनाब
क्यों समझ बैठो
हो अपने आप को इतना लाजवाब।
जरा उतारो ये नकाब फिर लगाओ हिसाब क्या वाकई में आप हो लाजवाब"


© aman 8111819@