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गुड़िया (भाग 11)
इंस्पेक्टर विजय : आप काव्या से मेरी बात करवा ही दें।
नेहा : जी........?
इंस्पेक्टर विजय : आप इतना चौक क्यों रही है? जैसे काव्या आपके घर पर हो ही नहीं...
नेहा: नहीं... ऐसा कुछ नहीं है, मैं अभी आपकी काव्या से बात करवाती हूं।
नेहा घबरा जाती है कि वह इंस्पेक्टर विजय की काव्या से कैसे बात करवाएगी, वह काव्या को अपने फोन से उसके दूसरे फोन पर कॉल करती है और चालाकी से इंस्पेक्टर विजय से बात करते हुए काव्या को बताती है कि इंस्पेक्टर विजय उससे बात करना चाहते हैं।
काव्या नेहा को मैसेज करती है कि "दोनो मोबाइल स्पीकर पर करो मैं विजय से बात कर लूंगी।" नेहा दोनों कॉल स्पीकर पर कर देती है जिसके जरिए काव्या विजय से बात कर लेती है। इंस्पेक्टर विजय को बिल्कुल भी शक नहीं होता है और वह अपनी तसली कर फोन काट देते हैं।
अगले दिन, गौतम के घर मोहल्ले... चारो तरफ पुलिस और सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं और सब तरफ CCTV कैमरा लगा होता है। सुबह के दस बजे CM के घर से कुछ दूर दो वैन आकर खड़ी हो जाती है, दोनो वैन देखने में MCD की लग रही होती है और एक वैन में से धुआं निकल रहा होता है। धुआँ को देख इंस्पेक्टर विजय... वैन को चेक करने जाते हैं पर आधे रास्ते पहुँचते ही वो बेहोश हो जाते हैं। और जैसे जेसे धुआं बढ़ने लगता है.... आसपास के सभी लोगो बेहोश होने लगते हैं।
पुलिस, सुरक्षा गार्ड तो छोड़ो... वहाँ रहने वाला हर एक इंसान बेहोश हो जाता है क्योंकी धुएं में बेहोसी की दवा मिली होती है और ये काम चांदनी, सना और काव्या ने किया था।
डिटेक्टिव अबीर जो CCTV फुटेज की नियमित जांच कर रहे हैं जब हर स्क्रीन पर अचानक धुआं देखते हैं तो वह भी CM के घर के लिए निकल जाते हैं। 10 मिनट के अंदर सब बेहोश हो जाते हैं और डिटेक्टिव अबीर जब तक वहाँ पहुँचते हैं तब तक चाँदनी, काव्या और सना गौतम को उठाकर लेकर चली गई होती है।
डिटेक्टिव अबीर: ये सब कैसे हुआ?
इंस्पेक्टर विजय: सॉरी सर, मुझे आइडिया नहीं था कि खूनी सबको बेहोश करने की तरकिब भी सोच सकता है...
डिटेक्टिव अबीर : यहाँ के CCTV कैमरे की फूटेज चेक की? क्योंकि जो हमने लगाई थी उसमें धुआँ दिेखने के बाद सब ब्लैंक हो गया।
इंस्पेक्टर विजय: यहाँ की फुटेज डिलीट हो गयी हैं या फिर ये कहें की फुटेज रिकॉर्ड ही नहीं हुई... किसी ने सारे लगे कैमरा को हैक कर लिया था...
डिटेक्टिव अबीर: हैक कर लिया था?
इंस्पेक्टर विजय : जी सर...
डिटेक्टिव अबीर : किसी को बुलाओ और इस डिवाइस के जरिए लोकेशन ट्रेस करवाओ।
इंस्पेक्टर विजय : किसका लोकेशन सर?
डिटेक्टिव अबीर : गौतम का और किसका..., खुदा न खास्ता खूनी अपनी मंजिल में कामयाब हो जाए.... इसलिये मैंने गौतम के वॉच में ट्रैकिंग डिवाइस लगा दिया था... जिसके जरिए हम ये जान सकते हैं कि उसे कहाँ लेकर जाया जा रहा है।
इंस्पेक्टर विजय ट्रैकिंग डिवाइस के जरिये गौतम की लोकेशन ट्रेस करवाते हैं...., और कुछ देर में उन्हें पता चल जाता है कि गौतम कहाँ है?, डिटेक्टिव अबीर और इंस्पेक्टर विजय कुछ कांस्टेबल लेकर डिवाइस के जरिये बताए जगह के लिए निकल जातेे हैं और आधे घंटे में वहाँ पंहुच जाते हैं। वो जिस जगह पहुँचते हैं वहाँ एक घर होता है और वह वही घर होता है जहां चांदनी, सना और काव्या पिछली रात मिली थी और गौतम को किडनैप करने की प्लानिंग की थी।



(जानने के लिए हमारे साथ बने रहें कि क्या चांदनी, सना और काव्या पकड़ी जाएंगी? और डिटेक्टिव अबीर और इंस्पेक्टर विजय गौतम को बचा पाएंगे?)


#गुड़िया
© Sankranti chauhan