...

4 views

मृत्यु से भेंट
मृत्यु सभा में मृत्यु से भेंट

घर से कुछ दूर एक सज्जन की मृत्यु हो गयी थी तो सामजिक दायित्व का निर्वहन करने पंहुचा हुआ था, एक कोने में जाकर खड़ा हो गया माहौल बहुत ही दारुण और शोक संतप्त था !

बगल में बैठे एक व्यक्ति के चेहरे पर अजीब सा तेज था और मुझसे रहा न गया तो मैंने पूछा भैया ये मरने वाले आपके कौन थे, उसने बोला की मेरा कोई रिश्ता नहीं है मै स्वयं यमराज हु इनको लेने आया हूँ !

मैंने कहा आप तो बिना भैसे के आये हैं यमराज जैसे लग भी नहीं रहे हैं तो कैसे मान लूँ ! वो बोले कलयुग के लोगो से ही सीखा है की अंदर से भले ही कैसी भी गन्दी सोच हो या विचार हो चेहरा और शरीर दिखने में अच्छा होना चाहिए तो मै भी अब ऐसा हो गया हूँ !

मैने कहा सब ऐसे नहीं होते तो वो मुस्कुरा कर बोला अधिकांश यानि 99% बस दिखावे के लिए आये हैं और उसने बताना सुरु किया!

येजो दहाड़ मार कर रो रही है न मरने वाले की बेटी है, यूँ तो दिन भर गरियाती थी आज आशु बहा रही है वो भी इसलिए क्युकी इसके हिस्से की जमीन पे साइन किए बिना चले गए !

जितने रिश्तेदार हैं वो सब घर से इतना खा पी कर आये हैं की शाम तक काम चल जाएगा, शर्माजी, दुबेजी और सभी को पत्नियों ने साफ़ बोल दिया है की गली के मोड़ तक जाना गंगा जी तक या समशान तक जाने की जरुरत नहीं है ठण्ड का समय है जुकाम हो जाएगा !

वो जो चौबेजी और रस्तोगी जी है न वो कर्जा लिए हुए थे मन में सोच रहे हैं की 500/- का प्रसाद बाटेंगे अब पैसे वापस नहीं देने पड़ेंगे !

ये जो सज्जन बगल में खड़े हैं घर से चलने से पहले कपडे प्रेस करके और पान खाने के बाद आये हैं और सोच रहे हैं की कब अर्थी उठे और घर जाकर इंडिया और इंग्लैंड का मैच देख सकें !

ये जो बगल में 4-5 लोग खड़े हैं वो फ्री में गंगा जी में नहाने का प्लान है इसलिए आये हैं, और बाकि के कुछ शाम को आते समय मिलने वाले नाश्ते के लिए ये साड़ी मसक्कत कर रहे हैं !

यमराज जी ने कहा तुम और जो थोड़े बचे हैं वो इसलिए आये हैं ताकि कोई ये न बोले की तुम्हारे घर से कोई नहीं आया था !

यमराज उठे और बोले चलता हु बहुत दिखावा देख लिया धरती वालो का, और बोले की रस्तोगी है न जो प्रसाद वाले उनको अगले हफ्ते ले जाने आऊंगा friday को तो प्लान कर लेना पहले से क्युकी जब वो प्रसाद चढाने जाएंगे तो निकल लेंगे !!!

मनुष्यों की धूर्तता समझ और जानकर कुछ कहने का साहस नहीं हुआ, बस शर्म से सर झुका लिया और यमराज को प्रणाम करके अपने घर वापस आ गया !!!!!