खीप और खीपोली की सब्जी
खीप और खीपोली की सब्जी
खीप - बिना खीप किसड़ो झूंप
खीप एक रेगिस्तान में पाया जाने वाला 3- 4 फीट ऊंचा पौधा होता है। आज से 40- 50 साल पहले
तक रेगिस्तान के ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर में खीप से छाया हुआ झोंपड़ा अवश्य होता था।
इस पौधे में मिट्टी को बांधने की क्षमता होती है। रेगिस्तान के ऊंचे से ऊंचे टीले पर खीप जरूर उगी होती थी। खीप से ही रस्सी (जिसे गुंछला कहते थे) बनाकर झोंपड़ों की छावनी की जाती थी।
हरी खीप को ऊंट बड़ी चाव से खाता है इसलिए जब खेती का काम नहीं होता था तो ऊंटों को पैरों में बेड़ी लगाकर खीप चरने के लिए छोड़ देते थे और शाम को वापस ले आते थे।वक्त के साथ जैसे...
खीप - बिना खीप किसड़ो झूंप
खीप एक रेगिस्तान में पाया जाने वाला 3- 4 फीट ऊंचा पौधा होता है। आज से 40- 50 साल पहले
तक रेगिस्तान के ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर में खीप से छाया हुआ झोंपड़ा अवश्य होता था।
इस पौधे में मिट्टी को बांधने की क्षमता होती है। रेगिस्तान के ऊंचे से ऊंचे टीले पर खीप जरूर उगी होती थी। खीप से ही रस्सी (जिसे गुंछला कहते थे) बनाकर झोंपड़ों की छावनी की जाती थी।
हरी खीप को ऊंट बड़ी चाव से खाता है इसलिए जब खेती का काम नहीं होता था तो ऊंटों को पैरों में बेड़ी लगाकर खीप चरने के लिए छोड़ देते थे और शाम को वापस ले आते थे।वक्त के साथ जैसे...