कामकाजी पुरुष का श्रेय ... दूसरा भाग
ये @as598 की रचना पर आए कुछ पहलुओं को ध्यान में रखकर लिखी गयी रचना है। सबसे पहले तो मैं ( अनु ) @as598 का धन्यवाद देना चाहूंगा कि उसने प्रकृति के सबसे सरल, जरूरी और शाश्वत नियम की व्याख्या की। क्या है एक स्त्री और एक पुरुष इस दुनिया में? एक दूसरे के प्रतिकूल। एक दूसरे को पूरा करने वाले। सच कहूं तो एक के बिन दूसरे की कल्पना भी अधूरी है समाज में। इस दोनों में से किसी एक को बेहतर कहना ठीक वैसा होगा जैसा एक गाड़ी के चार पहियों में से किसी एक कि तारीफ करने जैसा। स्त्री या पुरुष में कौन बेहतर है, ये बहुत बड़ा सवाल है। शायद इस सवाल पर चर्चा करने के न ये सही मंच है और शायद न हम सही लोग।
ये तो वैसी ही बात है कि ब्रश करने के बाद आप उसका श्रेय ब्रश को देंगे, पेस्ट को देंगे, अपने हाथोँ को देंगे, अपने...
ये तो वैसी ही बात है कि ब्रश करने के बाद आप उसका श्रेय ब्रश को देंगे, पेस्ट को देंगे, अपने हाथोँ को देंगे, अपने...