एक अनकही गाथा भाग -३
तवायफ=+
वैश्या=-
रखैल=
तवायफ=यह वो है जो पहलू में बंटकर अपने आचार्य से अपने विचार और विचार से व्यापार से प्रचार करते हुए अपने सपनों के साथ दूसरों यानी वैश्याओं के द्वारा और वैश्याओं के लिए तथा वैश्याओं के से द्वारा दो पहलूओं में प्रसिद्धी
होकर पहला कारण भूख उसके लिए पैसे, कपड़े, मकान जो सिर्फ एकमात्र कागज के आधीन...
वैश्या=-
रखैल=
तवायफ=यह वो है जो पहलू में बंटकर अपने आचार्य से अपने विचार और विचार से व्यापार से प्रचार करते हुए अपने सपनों के साथ दूसरों यानी वैश्याओं के द्वारा और वैश्याओं के लिए तथा वैश्याओं के से द्वारा दो पहलूओं में प्रसिद्धी
होकर पहला कारण भूख उसके लिए पैसे, कपड़े, मकान जो सिर्फ एकमात्र कागज के आधीन...