आए हो तुम सड़क पर
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो ! आए हो तुम सड़क पर |
सरपट दौड़ते वाहन देखो, हॉर्न बजाकर चलते देखो ||
ध्वनि प्रदूषण का मजाक उड़ाते, कार्बन छोड़ते वाहन जाते |
ना हेलमेट लगाते ना सीट बेल्ट लगाते, मुस्कुराते हुए चलते जाते ||
देखो यहां के लोगों को कितनी खुशी मिलती , ट्रैफिक रूल्स को तोड़कर |
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो !
आए हो तुम सड़क पर ||
हम बच्चे हैं, भारत के आधार हम ही कहलाते हैं |
यातायात के नियमों का महत्व, तुमको बतलाते हैं ||
होंगे बड़े करेंगे पालन, आज से मन में ठान लिया |
सीट बेल्ट और हेलमेट का महत्व, आज से जान लिया ||
मोबाइल पर बात ना करना, तेज ध्वनि में ना गाना सुनना |
अपनी दिशा से चलो सड़क पर, गलत दिशा तुम कभी न चुनना ||
देखो, सोचो, समझो फिर चलो! आए हो तुम सड़क पर ||
अपने बाएं सदा ही चलना, नियमों को जरूर मानना |
जब भी घर से बाहर निकलना, हेलमेट पहन के ही चलना ||
अगर चलो हाईवे पर, स्पीड लिमिट हो 60 पर
क्योंकि तुम चलते हो हार्ट बीट पर, ||
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो! आए हो तुम सड़क पर |
पहुंच जाओगे जब चौराहे पर, लाल बत्ती का होगा इशारा ||
तब तुम को रूकना होगा, फिर होगा पीली बत्ती का इशारा |
तब जाकर खत्म होगा सब्र तुम्हारा, फिर होगा हरा इशारा ||
अब तुमको चलना होगा |
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो! आए हो तुम सड़क पर ||
✒ गिरेन्द्र प्रताप सिंह
© All Rights Reserved
सरपट दौड़ते वाहन देखो, हॉर्न बजाकर चलते देखो ||
ध्वनि प्रदूषण का मजाक उड़ाते, कार्बन छोड़ते वाहन जाते |
ना हेलमेट लगाते ना सीट बेल्ट लगाते, मुस्कुराते हुए चलते जाते ||
देखो यहां के लोगों को कितनी खुशी मिलती , ट्रैफिक रूल्स को तोड़कर |
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो !
आए हो तुम सड़क पर ||
हम बच्चे हैं, भारत के आधार हम ही कहलाते हैं |
यातायात के नियमों का महत्व, तुमको बतलाते हैं ||
होंगे बड़े करेंगे पालन, आज से मन में ठान लिया |
सीट बेल्ट और हेलमेट का महत्व, आज से जान लिया ||
मोबाइल पर बात ना करना, तेज ध्वनि में ना गाना सुनना |
अपनी दिशा से चलो सड़क पर, गलत दिशा तुम कभी न चुनना ||
देखो, सोचो, समझो फिर चलो! आए हो तुम सड़क पर ||
अपने बाएं सदा ही चलना, नियमों को जरूर मानना |
जब भी घर से बाहर निकलना, हेलमेट पहन के ही चलना ||
अगर चलो हाईवे पर, स्पीड लिमिट हो 60 पर
क्योंकि तुम चलते हो हार्ट बीट पर, ||
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो! आए हो तुम सड़क पर |
पहुंच जाओगे जब चौराहे पर, लाल बत्ती का होगा इशारा ||
तब तुम को रूकना होगा, फिर होगा पीली बत्ती का इशारा |
तब जाकर खत्म होगा सब्र तुम्हारा, फिर होगा हरा इशारा ||
अब तुमको चलना होगा |
देखो, सोचो, समझो, फिर चलो! आए हो तुम सड़क पर ||
✒ गिरेन्द्र प्रताप सिंह
© All Rights Reserved