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बिहार के पूत "सात शहीद"
यह कहानी उन सात योद्धाओं की है। जिन्होंने अपनी जान की परवाह करे बिना भारत को स्वतंत्र करने में सहीद हो गए। मगर अफसोस इस बात की है, हम उन सभी क्रांतिकारियों को इतिहास के पन्ने तक ही सीमित करते जा रहे हैं।

चलिए हम आपको इतिहास के उन्हीं पन्नों से 11 अगस्त 1942 की वह दुर्लभ दृश्य आपके सामने पेश करते हैं।

बिहार के वो सात सपूत (उमाकांत प्रसाद सिंह, रामानंद सिंह, सतीश प्रसाद झा, जगपति कुमार, देवीपद चौधरी, राजेन्द्र सिंह और राम गोविंद सिंह) ये सभी युवा पटना के स्कूल-कॉलेजों के छात्र थे।...