सुहाना सफर : प्रकृति और प्राचीन मंदिर
क्या सुहाना सफर होता है ना!
जब हम अपने कुछ दोस्तों के साथ,
निकल पड़ते है घर से,
एक अदभुत यात्रा पर।
वो जगह कैसी दिखती होगी ?
क्या-क्या enjoyment होगा ?
दोस्तों से हंसी मजाक,
ये सब सोचकर Bus में समय
किस तरह निकल जाता है?
पता ही नहीं चलता।
अंतिम पड़ाव के किवाड़ पर हल्की हल्की बारिश,
और कल-कल बहते झरने ऐसे थे,
मानो हमारा स्वागत किया जा रहा है!
जैसे ही Bus रुकी,
हमें कहा गया Bus में ही आराम करने,
परंतु बाहर का अप्रतिम नजारा देखकर,
रुका ही नहीं गया।
और आ गए बाहर प्रकृति के ,...
जब हम अपने कुछ दोस्तों के साथ,
निकल पड़ते है घर से,
एक अदभुत यात्रा पर।
वो जगह कैसी दिखती होगी ?
क्या-क्या enjoyment होगा ?
दोस्तों से हंसी मजाक,
ये सब सोचकर Bus में समय
किस तरह निकल जाता है?
पता ही नहीं चलता।
अंतिम पड़ाव के किवाड़ पर हल्की हल्की बारिश,
और कल-कल बहते झरने ऐसे थे,
मानो हमारा स्वागत किया जा रहा है!
जैसे ही Bus रुकी,
हमें कहा गया Bus में ही आराम करने,
परंतु बाहर का अप्रतिम नजारा देखकर,
रुका ही नहीं गया।
और आ गए बाहर प्रकृति के ,...