...

8 views

मिर्जा क्या सारे पैसे की शराब........
1857 का जमाना था मिर्जा गालिब आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उसी दाैरान उन्हें एक जगह से पैसा मिला जैसे ही पैसा मिला सीधे शराब खाने गये और पूरे पैसे की शराब खरीद ली और उसे एक खच्चर पर रख कर ला रहे थे घर के करीब पहुँचे अपने नाैकर से कहां मियां शराब काे बा हिफाजत घर के अंदर तक पहुचाइये तब तक एक दाेस्त आ गए मिर्जा गालिब के बाेले मिर्जा क्या सारे पैसे की शराब उठा लाये हाे
मिर्जा ने जवाब दिया मेरे अज़ीज़ जी हां महीने भर की फुर्सत है अब
मिर्जा के दाेस्त ने कहां पहले खाने का इंतजाम कर लिए हाेते
मिर्जा ने कहां मेरे अजीज अल्लाह का वादा है मैं अपने बंदाे काे भूखा नहीं रहने दुगां लेकिन अल्लाह ने ये वादा नहीं किया कि शराब के बगैर नहीं रहने दुगां
इसलिए शराब का इंतजाम खुद कर लिया खाने का इंतजाम अल्लाह करेगा...

किताबों के बीच रहिये ताे कुछ न कुछ मजेदार पढ़ने काे मिल ही जाता है