सुनो लड़कों
उंगली वहीं उठायें नारी शक्ति पर,
जो नीयत साफ रखता हो ।
वो स्त्री झुक के कुछ काम कर रही थी।
सामने से कई नज़रें,उसको ताक रही थी।
अब आप लोग सोचोगे कि हम क्या बताना चाहते हैं, इस शीर्षक के जरिए।क्या है ना ! हम थक गए हैं, सुन सुन के कि लड़कियां धोखा देती है।हर कोई नारी शक्ति पर कीचड़ उछलता रहता है ,और खुद को ऐसा दर्शाते हैं कि उनसे साफ मन साफ ,विचार का कोई नहीं है ।लेकिन अफसोस वो लोग ही सबसे ग़लत धारणा रखते हैं।अगर ऐसी ही तकलीफ़ देती है लड़कियां तो आप लोग क्यों उनके पीछे-पीछे घूमते हो क्यों हर लड़की पर ट्राई करते हो...
जो नीयत साफ रखता हो ।
वो स्त्री झुक के कुछ काम कर रही थी।
सामने से कई नज़रें,उसको ताक रही थी।
अब आप लोग सोचोगे कि हम क्या बताना चाहते हैं, इस शीर्षक के जरिए।क्या है ना ! हम थक गए हैं, सुन सुन के कि लड़कियां धोखा देती है।हर कोई नारी शक्ति पर कीचड़ उछलता रहता है ,और खुद को ऐसा दर्शाते हैं कि उनसे साफ मन साफ ,विचार का कोई नहीं है ।लेकिन अफसोस वो लोग ही सबसे ग़लत धारणा रखते हैं।अगर ऐसी ही तकलीफ़ देती है लड़कियां तो आप लोग क्यों उनके पीछे-पीछे घूमते हो क्यों हर लड़की पर ट्राई करते हो...