...

6 views

भोले शंकर से अनुनय विनय
मनुष्य के जीवन की सबसे कठिन घड़ी वह है जब प्राणों से प्यारी उसकी मां,हौस्पिटल के आई. सी.यू .में हो।
स्थिति और भी चिंताजनक हौ जाती है जब मां डिमैन्शिया (मानसिक रोग,जिस में कुछ याद नहीं रहता) और गठिया से पीड़ित हो। जीवन की इसी कठिन परीक्षा से मैं आज गुजर रहा हूं।मानसिक चिंताए घिर कर आज सता रही
हैं लेखनी कुछ भी लिख पाने का साहस नहीं जुटा पा रही है।इसलिए इस माध्यम के द्वाराअपने इष्टदेव से गृहार लगाना चाहता हूं कि हे दीनों के सहायक, भोलेनाथ शंभु,हम से जो भी जाने-अनजाने भूल हुई हो, कृपा कर उन्हें क्षमा कर दें।हम इंसान ही तो हैं। इंसान गलती का पुतला है।
हे भोलेनाथ, हे दीनानाथ महादेव,आप अपनी कृपा बरसा कर हमारी माताजी को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।मेै इस स्थिति में अपने सभी मित्रों से भी प्रार्थना करता हूं कि वे अपनी शुभकामनायें और माताजी के स्वास्थ्य लाभ की दुआएं देकर मुझे अनुग्रहीत करें।
हे शिव शंकर, आपने सदा से ही हर याचक की बात सुनी है और उनकी उम्मीदों पर सच्चे उतरे हो। आपसे मदद के लिए मेरी नजर सदा आपकी ओर है।
हे करुणा के सागर,
भर दो कृपा से हमारी भी गागर।
तुुम दीनदयाल, कृपा की खान,
आकर दे दो हमें ,सुख समृद्धि का वरदान।
हे शिवशंकर भोलेनाथ,जब जब हमने सहायता लिए पुकारा,हमेशा ही आपने मेरी मदद की है।आपसे करबद्ध प्रार्थना है कि इस बार भी अपनी पूर्ण सहायता करना।
हो सकता है कभी अनजाने में हमने किसी निरपराध को आपराधी करार किया हो और उसकी आत्मा आहत हुई हो, हे भोलेनाथ शंभु, हम सब गलतियों के लिए सच्चे मन से आपसे माफ़ी मांगते हैं।
मेरे शब्दों में वह ताकत नहीं, जो आपकी महिमा का गुणगान कर सकें।सच पूछें तो, अभी ऐसा शब्दकोष ही नहीं बना है जिसमें आपके गुणों का वर्णन करने के लिए शब्दों का चयन कर सकें।
कृपा करो मेरे,हर हर भोलेनाथ शंभु।

© mere alfaaz