दो दिलों का प्यार ( भाग - 11 )
अंजलि और प्रेम में थोड़ी - थोड़ी अब दोस्ती होने लगी थी, तो यही दोस्ती अदिति का जीना दुश्वार कर रही थी। वो नही चाहती कि वे दोनों एक साथ रहे। इसलिए कुछ न कुछ करके अदिति अंजलि के काम में बांधा डाल देती थी। काम करते - करते अंजलि को समय का पता ही नही चला,रात के 7:00 बजे वो ऑफिस से काम कर बाहर निकलती है। प्रेम उसे जाता देख उससे बोलता है, में घर छोड़ दूं , आज मेरा भी ऑफिस में काम नही है, इसलिए में भी घर जा रहा हूं, अंजली थोड़ी हिचकिचाती है, लेकिन वो साथ जाने के लिए राज़ी हो जाती है।...