फुर्सत
आज गली के चोराहे पर मुझे वो मिला। फुर्सत लिए, वो फुर्सत लिए जो मैंने उससे अपने एहसास कहने के लिए,अपने रिश्ते के लिए मांगी थी।। पर अफ़सोस इस बात का है कि आज हमारा रिश्ता ही नहीं रहा।
हमारी नज़रें मिली...
हमारी नज़रें मिली...