चाय
मैं चाय हूँ
पहले मेरा तो मकसद ही अलग था
मेरे नशे की वजह से याद करते थे
और अब समय नहीं कट रहा तो मैं
बोर हो गए तो मैं
किसी की पर्सनल बातों की गवाह हूँ मैं
कितने लोगों को मिलते देखा है मैंने
कितने लोगों को टूटते देखा...
पहले मेरा तो मकसद ही अलग था
मेरे नशे की वजह से याद करते थे
और अब समय नहीं कट रहा तो मैं
बोर हो गए तो मैं
किसी की पर्सनल बातों की गवाह हूँ मैं
कितने लोगों को मिलते देखा है मैंने
कितने लोगों को टूटते देखा...