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meri kahani❤️
hlo my all friends 😊..
आज मै एक कहानी लिखने जा रही हूं, ये महज कहानी ही नहीं बल्कि एक सच्ची बात है.....
ये उस वक्त की बात है जब मेरा b.ed college पूरा हुआ था। मैं घर पे ही रहती थीं। मुझे फोन का बहुत शौक था और कुछ अपनी ही दुनिया में रहती थी मैं। अकेली थी पर मेरी अपनी दुनिया बहुत खूबसूरत थी।
मैने नया फोन लिया तो उसी के जरिए मेरी एक शक्स से बात होने लगी। बात दोस्ती में बदली। ये सब ऐसा था जैसे कोई खूबसूरत सपना।
हमारी दोस्ती बहुत गहरी हुई और उसको मुझसे कब प्यार हुआ मुझे खुद भी नही पता लगा। मुझे कविता लिखने का बहुत शौक था। उसकी बातों से मुझे लगता था कि कुछ तो है उसके मन में, और एक दिन उसने मुझे बिल दिया... मुझे बहुत अच्छा लगा कि कोई लड़का मुझे प्यार करता है पसंद करता है। पर मन में एक डर भी लगा कि रिश्ते को खोने का। मैं उसको कह दी कि मुझे ये नहीं अच्छा लगता तो ये सब नही।
कुछ टाइम बाद वो मुझे बोला कि अगर तुम्हें मैं गलत लगूं तो मत बात करना और मुझे नंबर दिया और कुछ दिन बात बंद रही। मुझे अच्छा नहीं लगता था आदत हो गई उससे बात की।
कुछ दिन बाद मैंने उसे msg किया और फिर उसने मुझे कॉल किया ।मुझे भी उससे प्रेम हुआ और मैं उसको कह दी। और उसने मुझे अपने परिवार का हिस्सा बनाने की बात कही । हम मिले भी नहीं पर भरोसा एक दूसरे पर हद से ज्यादा किया,जो कि आज भी है।एक दूसरे के साथ पूरा जीवन बिताने के वादे, जैसे दो प्रेमी करते हैं। उसका पता नहीं पर मैं उसको अपना सब कुछ मान ली, एक प्रेम से ज्यादा जैसे एक लड़की पिता के बाद अपने जीवन साथी को मानती है....
उसने अपने परिवार में बोला पर अलग जाति की वजह से मना कर दिया, वो उसके बाद भी बहुत बार बोला पर कुछ नहीं हुआ।हम दोनों बहुत रोए। मैने महादेव से बहुत मन्नत मांगी कि कुछ हो। मैं अपनी मां को बोली पर मना कर दिया सबने।
मेरी तबीयत बिगड गई, और मुझे slient attack pd गया पर फिर मैं बच गई।
ऐसा लगा जैसे कोई डोर मुझे बचा रही हों। मेरे परिवार के साथ समय बिताने के बजाय मैं अकेली रहने लगी और वो काम में लगा रहता और हमारी बात कम होने लगी।
कुछ समय बाद वो अपने घरवालों को मना लिया। मैं बहुत खुश थी जैसे मेरी महादेव ने सुन ली। मै फिर अपने घर मैं कही कि शायद अब तो कुछ हो पर कुछ नहीं हुआ मेरी हर कोशिश हार रही थी और मैं टूट गई।
मेरा जैसे कुछ नहीं बचा और मै चिंतित रहने लगी बहुत रोती थी पर कुछ नहीं...
फिर मैं उसके लिए प्रार्थना करने लगी कि महादेव जरूर कुछ करेंगे, मुझे नहीं पता क्या होगा आगे,पर फिर भी यही सपना है कि एक बार उससे मिलू , ऐसा नहीं कि हमने मिलने की कोशिश नहीं कि पर हर बार कुछ n कुछ काम लग जाता उसको और वो नहीं आ पाता।
बिना किसी से मिले इतना अथाह प्रेम जो विवाह के बिना भी मेरे लिए विवाह से बढ़कर रहा है।
ये कहानी अधूरी है क्यूंकि इसके आगे क्या होगा उसके लिए मै खुद भी उत्सुक हूं...
आप सबसे भी विनती है कि हमारे लिए इतना करे कि एक बार महादेव से प्रार्थना करे कि हम एक हो जाएं अन्यथा प्रेम जिससे मैं अपरिचित थी वो खो जायेगा...
एक अधूरी कहानी....✍🏻