बिल्लू
फिर मैं कॉलेज चली गई। दूध बगैरा पिला कर ही गई थी। और बहनों को कह दिया इसका ध्यान रखना। जब मैं कॉलेज से वापस आई। तो बिल्लू ठीक था लेकिन थोड़ा सुस्त ही लग रहा था। मैं कह रही थी इसको दर्द है और उसको दवा की जरूरत है। मैंने कहा इससे दूध भी नहीं पिया जा रहा है। हम उसको बड़ी मुश्किल से ड्रॉपर से दूध पिला रहे थे। फिर अगला दिन बीत गया और मैं दोबारा से कॉलेज चली गई। मैं और मेरी बहन साथ में मार्केट भी घूम आए और जब हम घर पहुंचे। तो घर में मम्मी ने बताया कि बिल्लू की हालत ठीक नहीं है।और पापा इसको डॉक्टर के पास इंजेक्शन लगवा कर लेकर आए हैं। मगर इसकी हालत में कोई सुधार नहीं आया है। और हां बिल्लू को हमने घर के पीछे रख दिया है वह अपनी आखिरी सांसे ले रहा है। मैंने कहा क्या कह रहे हो बाहर इतनी ठंड है वह अकड़ जाएगा। घरवालों ने कहा अब क्या करेगा अब वो भगवान के पास जाना चाहता है। फिर में बैठ गई, मैंने फोन खोला और अपने एक मित्र को मैसेज किया।...