अर्जुन
भाग -6
शाम का समय हो गया था। सभी बचे खाना खाने के लिए कमरे में आ रहे थे। अर्जुन को देखते ही असमी अपने आंसु ना रोक सकी और उससे लिपटकर रोने लगी।
मुझे मां पिता जी के पास जाना है, असमी ने रोते हुए कहा। अर्जुन से भी अपनी बहन का यह हाल देखा नही जा रहा था पर वो रो कर अपनी बहन की हिम्मत और नही तोड़ना चाहता था। इतने में घंटी बज गई और वार्डन के आते ही सभी बच्चे अपनी जगह पर खड़े हो गए। विनिता ने जल्दी से असमी को पीछे करके सीधा खड़ा कर दिया और अर्जुन टोनी और विशाल के पीछे जाकर खड़ा हो गया।
सभने पहले प्राथना की और फिर खाना शुरू कर दिया। अर्जुन और असमी बस थाली को देखते रहे। एक भी निवाला जैसे उनके गले से नीचे नही उतर रहा था।
खाना खाने के बाद जब अर्जुन...
शाम का समय हो गया था। सभी बचे खाना खाने के लिए कमरे में आ रहे थे। अर्जुन को देखते ही असमी अपने आंसु ना रोक सकी और उससे लिपटकर रोने लगी।
मुझे मां पिता जी के पास जाना है, असमी ने रोते हुए कहा। अर्जुन से भी अपनी बहन का यह हाल देखा नही जा रहा था पर वो रो कर अपनी बहन की हिम्मत और नही तोड़ना चाहता था। इतने में घंटी बज गई और वार्डन के आते ही सभी बच्चे अपनी जगह पर खड़े हो गए। विनिता ने जल्दी से असमी को पीछे करके सीधा खड़ा कर दिया और अर्जुन टोनी और विशाल के पीछे जाकर खड़ा हो गया।
सभने पहले प्राथना की और फिर खाना शुरू कर दिया। अर्जुन और असमी बस थाली को देखते रहे। एक भी निवाला जैसे उनके गले से नीचे नही उतर रहा था।
खाना खाने के बाद जब अर्जुन...