...

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मन उदास है
जब मन उदास होता है तो
अपने आप मन खुद को पृथक कर लेता हर काम से
कोई ये नहीं जानता
मन जब भी उदास हो जाता या
पंख लगाकर उड़ने लगता
तो ऐसा लगता कुछ कमी है
पर कोई समझ नहीं पाता क्या हुआ है ?

कमाल है ना
मन कहता नहीं
की वो उदास है या खुश
फिर भी अपने आप फील होने लगता


मन बारिश का सुकून है
धूप मे छाँव है
हिम्मत टूटे तो हिम्मत है

मन को कैसे समझे
वो समझने के लिए भी
मन खुद को सुनना सिखाता

मन पहले किसी काम की रूपरेखा बनाता
उसके बाद उस काम मे सफ़लता मिलती
यानी मन कामों का डिजाइन तैयार करता है

मन के घोड़े रुकते नहीं
उसे रोकने की कोशिश करने पर संतुलन बिगड़ जाता
इसके लिए खुद को मन के साथ दौड़ाना पड़ता पर उसकी जितनी रफ्तार मे नहीं
एक समय वो भी आता मन से आत्मसात कर लेते

समाप्त
17/6/2024
12:42 प्रातः
© ©मैं और मेरे अहसास