अंजान से जान फ़िर अजनबी होने किं दास्तां -ए -इश्क
भाग - 1
# ये कहानी दो बहनों और एक लड़के की है।
# यहां मैंने लड़के के नज़रिए से कहानी की व्याख्या करने की कोशिश की है ।
# वो लड़का अपनी कहानी बताता है कि कैसे उन तीनों की ज़िन्दगी आपस में उलझ गई और फिर रिश्तों में दूरियां आ गई।
कहानी की शुरुवात वो लड़का कुछ ऐसे करता हैं -
मैं अरमान एक खुशमिजाज और बिंदास रहनेवाला लड़का ज्यादा चुप चुप रहता था और लोगों से कम ही बाते होती थी
गांव से पढ़ाई करने शहर आया ,
नौवीं में दाखिला लिया और ठीक ठाक ही सब चल रहा था ।
दोस्तों के साथ मस्ती और घूमना...
# ये कहानी दो बहनों और एक लड़के की है।
# यहां मैंने लड़के के नज़रिए से कहानी की व्याख्या करने की कोशिश की है ।
# वो लड़का अपनी कहानी बताता है कि कैसे उन तीनों की ज़िन्दगी आपस में उलझ गई और फिर रिश्तों में दूरियां आ गई।
कहानी की शुरुवात वो लड़का कुछ ऐसे करता हैं -
मैं अरमान एक खुशमिजाज और बिंदास रहनेवाला लड़का ज्यादा चुप चुप रहता था और लोगों से कम ही बाते होती थी
गांव से पढ़ाई करने शहर आया ,
नौवीं में दाखिला लिया और ठीक ठाक ही सब चल रहा था ।
दोस्तों के साथ मस्ती और घूमना...