...

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असमंजस
समय बणा विकराल, मन में असमंजस,
काल निगल रहा जीवन, मन मे असमंजस।
कहीं महामारी तो कहीं लाचारी, मन मे असमंजस,
सूने सणक, सूना शहर, मन मे असमंजस।
कोई लण रहा जीवन से, कोई सहमा घर मे, मन में असमंजस।
मैं असमंजस इन्तजार मे अनुकूल वक्त के,
मन डूबा है बस असमंजस मे।
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