क्या पाया
आशीष नाम का एक लड़का था। उनके और छः भाई और एक बहन भी थे। यह कहानी करीब १९६० से शुरू हुई। सभी भाई बहन आपस में लड़ते झगड़ते हुए बढ़ रहे थे। सभी में काफी मेल भी रहा। साथ में कब्बडी खेलते थे तो कभी पतंग उड़ाते थे। पढ़ाई-लिखाई के बाद उनके जीवन में परिवर्तन आया। घर की जिम्मेदारी आई। कालेज की पढ़ाई नहीं कर पाये।
आशीष ने घर की जिम्मेदारी उठाना शुरू कर दिया। कपड़े की दुकान में काम किया।जो पैसे मिलते...
आशीष ने घर की जिम्मेदारी उठाना शुरू कर दिया। कपड़े की दुकान में काम किया।जो पैसे मिलते...