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मास्टरमाइंड (भाग 9)
एक लड़की स्टोररूम में रखे संदूक को खोलती है तो उसमे एक फाइल दिखती है जिसपर लिखा होता है मास्टरमाइंड......

काव्या की नींद खुल जाती और यह उसका सपना निकलता है...

काव्या: ये कैसा सपना था...?

तभी उसे कुछ याद आता है और वह तुरंत उठकर स्टोर रूम की तरफ दौड़ती है और रास्ते में राज को भी फोन करती है। कुछ समय बाद...

राज: काव्या तुम्हारा दिमाग खराब है... रात के दो बज रहे हैं और तुम...
जल्दी बताओ किस लिए बुलाया है??
काव्या: यहां मेरे पापा बदल गए हैं और तुम्हें सोने की पड़ी है??
राज: ....

काव्या स्टोररूम का दरवाजा खोलती है और उसमें रखे संदूक को ढूंढने लगती है...

राज: काम से कम बताओ तो.. क्या ढूंढ रही हो??
काव्या: संदूक....
राज: संदूक..??

तभी काव्या को संदूक मिल जाता है पर उसपर ताला लगा होता है। ताला देखकर वो दोनों एक दूसरे की तरफ देखते है और फिर ज्यादा शोर किए बिना ताला तोड़ देते हैं...

राज: ये तो मास्टरमाइंड के बारे.....
काव्या: मैंने कहा था ना कि मैंने मास्टरमाइंड के बारे में सुना है.... मैं एक बार खेलते हुए स्टोररूम में छुप गई थी तभी देखा था इस फाइल को...
राज: लेकिन यह तुम्हारे घर में क्या कर रही है?? कहीं तुम्हारे पापा ही तो मास्टरमाइंड नहीं हैं न??
काव्या: खबरदार..... और ये भी तो हो सकता है न... कि उन्होंने मास्टरमाइंड पर रिसर्च किया हो.....
राज: येे हमें पता कैसे चलेगा की सच क्या है?? तुम्हारे पापा से तो पूछ नहीं सकते...

कुछ देर सोचने के बाद....

काव्या: मेरी मां बताएंगी.... उस दिन जब मैने ये फाइल खोली थी तो पापा घर पर नहीं थे और मां का रिएक्शन याद करके लग रहा है उन्हें कुछ तो पता था इस फाइल के बारे में..... लेकिन उससे पहले इसको देखते हैं कि इसमें है क्या....???
राज: एक मिनट... पर इस बारे में हम क्यों जांच पड़ताल कर रहे हैं??? इसका जहांगीरपुरी वाले केस से क्या ताल्लुख है?? हम तो.....
काव्या: क्योंकि हो सकता है... ये दोनों केस रिलेटेड हो.... और जहांगीरपुरी का केस मास्टरमाइंड के टारगेट की शुरुआत हो...

काव्या और राज फाइल ओपन करते है... जिसमें बहुत सी चीजे होती हैं जिसमें से वो कुछ नोट डाउन करते हैं....
* मास्टरमाइंड एक तीन पार्टनर्स की टीम है ( तीनों बचपन के दोस्त हैं)
* वे नाबालिग उम्र से गलत काम करते हैं।
* उस टीम में एक बॉस है जिसकी एक प्रेमिका है स्वाती। स्वाती की एक बेटी भी है... उम्र?
* चोरी करना, मार पीट करना..
* आदि....

संदूक में और देखने के बाद उन्हें एक लड़की की फोटो फ्रेम भी मिलती है जिसे वो दोनो स्वाती मान लेते हैं । अगले दिन वे दोनों फाइल और फोटो फ्रेम लेकर काव्या की मां से मिलने चले जाते हैं।
काव्या के ननीहाल पहुंचने के बाद....

राज: तुम अपनी मां को काल क्यों कर रही हो??हम अंदर भी तो जा सकते हैं न?
काव्या: नहीं.... मेरा अंदर जाना बैन है....
राज: वो क्यों???
काव्या: पता नहीं, बस मुझे इतना पता है की मेरा और पापा का इस घर में घुसना बैन है.... शायद मां ने अपने पिता के खिलाफ पापा से शादी की थी इसलिए....
राज: लेकिन इसमें तुम्हारा क्या कसूर है??
काव्या: पता नही... शायद नानी की मौत के वजह से....
राज: मैं कुछ समझा नहीं.... नानी की मौत की वजह से....
काव्या: अरे, छोड़ो मेरे फैमिली किस्से को!! आज तक मुझे कुछ समझ नहीं आया तो तुम क्या समझोगे...
राज: सच में!! तुम एक डिटेक्टिव हो और तुम्हे अपनी फैमिली के विषय में ही नहीं मालूम??
काव्या: राज.....!!!
राज: तुम्हें कभी जिज्ञासा नहीं हुई जानने की??
काव्या: मां ने प्रोमिस लिया था बचपन में... कि मैं बीते हुए समय के बारे में कुछ नहीं पता करूंगी... इसलिए...

तभी काव्या की मां घर से बाहर आती हैं , कुछ देर बाद.....

काव्या, राज और सीता जी घर के पास एक पार्क में बैठते हैं और उसके बाद काव्या सीता जी को मास्टरमाइंड की फाइल और स्वाती की फोटोफ्रेम दिखाकर उनके बारे में पूछती है। फाइल और फोटो देखकर सीता जी घबरा जाती हैं और बेंच से उठकर काव्या को डांटने लगती हैं की उसने वो संदूक फिर से क्यों खोला....

काव्या: मां आज नहीं..... हमारा इसके बारे में जानना बहुत जरूरी है.... हमारे लिए न सही तो पापा के लिए....
सीता: क्या हुआ तुम्हारे पापा को???

काव्या रिया, जहांगीरपुरी केस, नकली राम और इंस्पेक्टर ऋषि की बात के बारे में सीता जी को सबकुछ बताती है। सबकुछ जानने के बाद सीता जी काव्या को सबकुछ बताने का फैसला करती हैं...

To Be Continued...
#mastermind
© Sankranti chauhan