#बोझ
हजार खूबियां बता रही थी वो मेरी होने वाली पत्नी में। कह रही थी कि आप ऐसी लड़की से शादी करना जो आपका अच्छे से ख्याल रखें, आपकी इज्जत करें, सुबह ऑफिस जाते समय टिफिन में आपकी फेवरेट डिश पैक कर दे। घर से निकलते समय गले लगकर कहे कि जल्दी आ जाना, मेरा आपके बिना दिल नहीं लगता है। शाम को जब आप थके हुए ऑफिस से घर आएं तो आपके जूते और कपड़े उतार दें। खाना इतने प्यार से खिलाएं कि आप भूख से दो रोटी ज्यादा खा लें ..... मैं एकटक उसकी ओर देख रहा था। शायद वो अपनी खूबियां बता रही थी। वो कह रही थी आप किसी और से शादी कर लेंगे फिर भी मैं आपको चाहती रहूंगी। आपकी हजार प्रेमिकाएं होंगी फिर भी मेरे लिए आप ही सबकुछ रहेंगे..... ये सब कहते कहते उसका गला भर आया। मैं भी खुद को नहीं रोक सका। उसके कंधे पर सिर रखकर फफककर रो पड़ा। वो मुझे कमजोर दिल का बोलकर चुप कराने लगी....। मैं उसके कंधे पर सर रखकर रोता रहा। वो जितना चुप करा रही थी मैं उतना ही रोता जा रहा था। मानो रोने से मेरे मन का कुछ बोझ हल्का हो रहा हो.....!!!