बदनसीब इश्क़ - पार्ट १
अच्छी सूरत के साथ अच्छी सीरत जिनको मिले ऐसे लोग दुनिया में बहुत कम ही देखने मिलते है। उन्हीं लोगों में एक नाम सारिका का शामिल था। जैसी भोली सूरत वैसी ही भोली सीरत। सूरत और जौवन ऐसा की स्वर्ग से कोई अप्सरा धरती पर खुद उतरी हो और सीरत और बुद्धि ऐसी की पंच भी उसकी बात सुनकर अपनी राय बदल लें। इतनी सब खूबियाँ शायद किस्मत को उसके पास होना मंज़ूर नहीं था। हमेशा अपनी मस्ती में चूर रहने वाली सारिका की ज़िंदगी में कोई ऐसा आएगा जो उसकी ज़िंदगी को नरक बना देगा उसने कभी सोचा भी नहीं था। पढ़ाई लिखी और घर के कामकाज के अलावा थोड़ा बहुत समय अगर कभी उसे मिलता तो उसमें भी वह अपनी डायरी लेकर अपनी कल्पना को शब्दों के पंख देती थी। ज़िंदगी की इसी कड़ी में एक दिन उसके पास एक अंजान नम्बर से कॉल आया। पहली बार जब सारिका ने कॉल नहीं उठाया तो उसी नम्बर से दोबारा उसके पास कॉल आया। अबकी बार जैसे ही उसने...