#उदासी
आज सुबह से ही चहल पहल बढ गई थी क्योंकि आज बच्चों का बहुत-बहुत चहैता, आसमानी बुलंदियों छुता... पतंग का त्योहार था। लगभ दिपावली के रंगीन मिजाजी त्यौहार के बाद से लेकर जिसका इंतजार किया था... मन में दोस्तों के साथ जो मनसूबे गढे थे... इसे साकार करने का समय आ गया था ! इसलिये मयंक कुछ ज्यादा ही जल्द उठ गया था । अपने इर्द गिर्द के कजीन्स को भी जल्दी उठाने पहूँच गया। पतंग और डोर का प्रबंध तो अगले दिन ही कर दिया था। और साथ में चीकी, खजूर और जलेबी - उंधीया का भी ! आज दोपहर अपनी निश्चित जगह पर पहूँच जायेगा !
देखते ही देखते अच्छी खासी बच्चों की टोली...
देखते ही देखते अच्छी खासी बच्चों की टोली...