# शर्त जो महंगी पड़ी ।
#शर्त
चंदन को शर्त लगाना और फिर उसे जीतना बहुत पसंद था। हर बात पर शर्त लगाना उसकी आदत में शुमार हो गया था। इसलिए चंदन को लोग शर्तिया चंदन कह कर बुलाते थे। आज फिर उस ने शर्त लगाई थी । आनंद से कि वह बड़ी हवेली के बगीचे से दस आम तोड़ के लायेगा। चंदन बार बार दस आम तोड़ कर लाने की शर्त को पूरा करने के बारे में सोच रहा था । आनंद जानता था । कि बडी हवेली के बगीचे के आम लाना कोई आसान काम नही है। इस बार तो चंदन यह शर्त कभी पूरी नही कर पायेगा । पर आनंद जानता था । कि चंदन की यह शर्ते लगाने की आदत ठीक नही है। किसी दिन चंदन को आदत मंहगी पडने वाली है। खैर छोड़ो , जो होगा देखा जायेगा । एक दिन चंदन ने बडी हवेली के बगीचें में जाने की बात सोचकर हवेली की तरफ जाने लगा । जैसे ही चंदन हवेली के बगीचें के गेट की तरफ बढ़ा तों ... क्रमश
© shakuntala sharma
चंदन को शर्त लगाना और फिर उसे जीतना बहुत पसंद था। हर बात पर शर्त लगाना उसकी आदत में शुमार हो गया था। इसलिए चंदन को लोग शर्तिया चंदन कह कर बुलाते थे। आज फिर उस ने शर्त लगाई थी । आनंद से कि वह बड़ी हवेली के बगीचे से दस आम तोड़ के लायेगा। चंदन बार बार दस आम तोड़ कर लाने की शर्त को पूरा करने के बारे में सोच रहा था । आनंद जानता था । कि बडी हवेली के बगीचे के आम लाना कोई आसान काम नही है। इस बार तो चंदन यह शर्त कभी पूरी नही कर पायेगा । पर आनंद जानता था । कि चंदन की यह शर्ते लगाने की आदत ठीक नही है। किसी दिन चंदन को आदत मंहगी पडने वाली है। खैर छोड़ो , जो होगा देखा जायेगा । एक दिन चंदन ने बडी हवेली के बगीचें में जाने की बात सोचकर हवेली की तरफ जाने लगा । जैसे ही चंदन हवेली के बगीचें के गेट की तरफ बढ़ा तों ... क्रमश
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