...

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हा मैं पागल हो रहा हूं।
हकीकत
हर वक्त अब ऐसा लगता है
की तुम मुझसे बात कर रही हो
और मैं तेरी बातों को गौर से सुन रहा हूं
और धीरे धीरे से मुस्कुरा रहा हूं
मुझे मुस्कुराता देखकर
मेरे रूममेट मुझपर हंसते है
और मुझे पागल कहकर बुलाते हैं
मेरे लफ्ज़ पड़कर पड़ने वाले भी
मुझ पर हस्ते होंगे पड़कर बातें मेरी
वो भी मुझे पागल का खिताब देते होंगे
अब मुझे भी लगने लगा है
की मैं धीरे धीरे से पागल हो रहा हूं
या शायद हो चुका हूं
तेरी यादों में खो कर मैं खुदको भुल रहा हूं
हां मैं पागल हो रहा हूं ।

जितना मैं भूलता हूं तुमको
तुम उतना ही मुझे याद आती हो

कतरा भर सी है ये ज़िंदगी
फिर तेरी याद इतना क्यों सताती है।

आख़िर खतम हुआ आज वो किस्सा पुराना
बस उसकी यादों का लगा है अब आना जाना। #Mrcb_Vicky
© Vicky_Indorewala