एक फौजी की कहानी ❤️
मैं जब किसी लड़ाई , में मारा जाऊँ
तो मेरे जिस्म को उस डिब्बे में रख देना
काँधों पर कुछ दूर उठा कर मेरे घर चल देना
छाती पर मेरे तमघे रख मैं दुश्मन को पीठ नहीं दिखाया मेरे पापा से कह देना
कई...
तो मेरे जिस्म को उस डिब्बे में रख देना
काँधों पर कुछ दूर उठा कर मेरे घर चल देना
छाती पर मेरे तमघे रख मैं दुश्मन को पीठ नहीं दिखाया मेरे पापा से कह देना
कई...