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अहमियत का एहसास
#WritcoStoryPrompt120
एक छोटे से गांव में श्यामलाल और उसका परिवार रहता था। श्यामलाल का एक बेटा राजन था।श्यामलाल अपने बेटे से बहुत दुखी था क्योंकि श्याम लाल का बेटा गलत संगत में पड़ जाता है।वो अपने बेटे को हमेशा ही समझाते रहते थे।पर वह हमेशा ही अपने पिता की कही बातों को अनसुना कर देता था। श्यामलाल हमेशा अपने बेटे को समझाते थे,कि तुम अच्छे से पढ़ लिख लेते तो आज कोई अच्छा काम कर रहे होते।पर तुम तो गलत संगत का शिकार हो चुके हो।अभी भी समय है तुम सुधर जाओ।अभी तक तो मैं हूॅं,तो तुम्हारे खर्चा पानी चला रहा हूॅं। जब मैं इस दुनिया में नहीं रहूॅंगा ,तो तुम इस दुनिया में अपना जीवन कैसे बसर करोगे।पर श्यामलाल का बेटा अपने पिता की बातों को हर बार अनसुना कर देता था।
समय बीतता गया श्यामलाल भी अपने सरकारी पद की नौकरी से रिटायरमेंट हो जाते हैं। श्यामलाल घर में रहकर ही अपना समय व्यतीत करते थे।एक दिन श्यामलाल को दिल का दौरा पड़ जाता है। जिसके कारण उसे तुरंत हॉस्पिटल में ले जाया जाता है।जहां पता चलता है कि श्यामलाल अब इस दुनिया में नहीं रहे।यामलाल की मृत्यु के बाद उसके घर की हालत दिन पर दिन खराब हो जाती है। पिता की मृत्यु के बाद राजन को एहसास होता है।कि जब तक उसके पिता थे तो उसे या उसके परिवार को किसी चीज की कभी कोई कमी महसूस नहीं हुई।पर अब हर चीज के लिए उन्हें दस बार सोचना पड़ता था।पिता की मृत्यु के बाद राजन को एहसास होता है कि पिताजी जो भी कुछ कहते थे सब सही था पर उसने कभी भी अपने पिता की बात नहीं सुनी थी।
पिता की मृत्यु के बाद राजन अपने आप को बहुत अकेला महसूस करने लगता है। उसे हर वक्त अपने पिता की कही बातें याद आती हैं।पिता की मृत्यु के बाद राजन सुधार जाता है।वह अपने पिता की कही हुई बातों में अमल करके अपने परिवार की देखरेख करता है।और कहीं काम करना शुरू कर देता है। अपने परिवार का खर्चा चलाने लगता है।अपने पिता को याद करते हुए राजन हर पल उनसे माफी मांगता है,और कहता है कि काश उसने पहले ही अपने पिताजी की बातें सुनी होती तो आज उसके पिताजी उसके पास होते ।अगर वह आज जिंदा होतेे तो देखते कि उनका बेटा अब सुधर गया है।और अपने परिवार की देखभाल बहुत अच्छे से कर रहा है।
सच ही कहते हैं हमें किसी की कमी तभी महसूस होती है।जब वो शख़्स हमसे बहुत दूर चला जाता है ।पास रहकर हम कभी भी यह महसूस नहीं कर पाते की उस शख़्स की हमारी जिंदगी में कितनी अहमियत है उसके दूर चले जाने पर हमें उस शख़्स की अहमियत समझ में आती है उसकी कमी महसूस होती है।