काजू के मामा की दुल्हनिया
काशीपुर गांव में रहने वाला चार साल का काजू आज खुश बहुत है क्योंकि उसे शादी में जाना है। उसके मामा की शादी जो है। अपनी उम्र की यादों में ये शादी पहली शादी होगी और वैसे भी शादी का विशेष आकर्षण तो नई दुल्हन होती है। काजू बहुत खुश है। अपनी मां से बार_बार दुल्हन की बातें कर रहा है," मां दुल्हन कैसी दिखती है क्या उसने लाल साड़ी पहनी होगी। उसने घूंघट भी किया होगा। मां उसकी बातों पे मुस्कुराती और उसकी उत्सुकता को दूर करने की भरपूर कोशिश कर रही थी। मां दुल्हन क्या पालकी से आती है।" मां कहती है, "हां, तुम्हे भी उस पालकी पर बिठा दूंगी दुल्हन के साथ"। काजू शर्मा जाता है और मां से मुंह फूला कर कोने में जा के बैठ जाता है।
मां शादी की खरदारी खूब करती हैं। काजू...
मां शादी की खरदारी खूब करती हैं। काजू...