समर्पण:- प्रेम और परमात्मा में
समर्पण:- प्रेम और परमात्मा में
हीर और रांझा की प्रेम कहानियों से शायद ही कोई अपरिचित रहा होगा। आज भी जब पवित्र प्रेम की बात आती है तो इन्हीं की मिशाल दी जाती है, आज भी उनका प्रेम जिंदा है हमारी कहानियों में।
ज़माने को सच्चा प्रेम रास नहीं आता तो हीर और रांझा की प्रेम में भी कई सारी बाधाएँ आई पूरा गांव दोनों के प्रेम के खिलाफ था, पर कहते हैं न कि सच्चा प्रेम रब का आशीर्वाद है तब ही तो आज भी हम उन्हें पढ़ते हैं।
एक बार रांझा को गांव वालों ने पकड़ लिया और एक पेड़ से बांध कर पीटने लगे, जब...
हीर और रांझा की प्रेम कहानियों से शायद ही कोई अपरिचित रहा होगा। आज भी जब पवित्र प्रेम की बात आती है तो इन्हीं की मिशाल दी जाती है, आज भी उनका प्रेम जिंदा है हमारी कहानियों में।
ज़माने को सच्चा प्रेम रास नहीं आता तो हीर और रांझा की प्रेम में भी कई सारी बाधाएँ आई पूरा गांव दोनों के प्रेम के खिलाफ था, पर कहते हैं न कि सच्चा प्रेम रब का आशीर्वाद है तब ही तो आज भी हम उन्हें पढ़ते हैं।
एक बार रांझा को गांव वालों ने पकड़ लिया और एक पेड़ से बांध कर पीटने लगे, जब...