तन्हाई
मैं उसके साथ बैठ कर कई शामेँ बिताना चाहता हु
अच्छी हो या बुरी बस यादें बनाना चाहता हू ।
मेरी दहलीज पर तो वो नही आता
मैं उसके दरवाज़े पर एक दस्तक देना चाहता हु
बहुत फूल है इस...
अच्छी हो या बुरी बस यादें बनाना चाहता हू ।
मेरी दहलीज पर तो वो नही आता
मैं उसके दरवाज़े पर एक दस्तक देना चाहता हु
बहुत फूल है इस...